गाजियाबाद के लोनी बॉर्डर थाना क्षेत्र में एक Ghaziabad Murder Attempt Case का सफल समापन हुआ है। पुलिस ने हत्या के प्रयास के गंभीर आरोप में वांछित चल रहे दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। यह मामला धार्मिक यात्रा के दौरान हुए विवाद से शुरू होकर जानलेवा हमले तक पहुंचा था।
6 अगस्त को लोनी बॉर्डर पुलिस टीम ने अजय उर्फ नानू (22 वर्ष) और राहुल जाटी (30 वर्ष) को गिरफ्तार किया। दोनों आरोपी लक्ष्मी गार्डन परमहंस विहार के निवासी हैं और 2 अगस्त से फरार चल रहे थे।
घटना की पूरी कहानी:
मुकदमे की शुरुआत 2 अगस्त को हुई थी जब वादिया ने थाना लोनी बॉर्डर पर तहरीर दी। शिकायत के अनुसार, आरोपियों ने एक राय होकर वादिया के देवर दिवा पर हमलावर रूप में गाली-गलौच की और जान से मारने की नीयत से हमला किया था।
पुलिस ने तुरंत धारा 109(2)/131/115(2)/351(2)352/109(1) BNS के तहत अभियोग पंजीकृत कर आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए विशेष टीम गठित की थी। बाद में जांच के दौरान धारा 190/191(3) की भी बढ़ोतरी की गई।
कांवर विवाद से शुरू हुआ था झगड़ा:
गिरफ्तार आरोपी अजय की पूछताछ में चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं। उसने बताया कि कांवर के दौरान कांवर को लेकर दिवा से उसका झगड़ा हो गया था। “उस दिन से ही मैं इंतजार में था कि दिवा कब अकेले में मिले,” अजय ने स्वीकार किया।
जब दिवा अकेला मिला, तो अजय ने अपने साथियों के साथ मिलकर उस पर चाकू से वार किए। राहुल जाटी ने हाथ में लिए गए फरसे से पीड़ित पर हमला किया था। हमले के बाद दोनों आरोपियों ने चाकू और फरसे को बहते हुए नाले में फेंककर फरार हो गए थे।
Ghaziabad Murder Attempt Case में पुलिस की त्वरित कार्रवाई:
इस Ghaziabad Murder Attempt Case में लोनी बॉर्डर पुलिस की कार्यप्रणाली सराहनीय रही है। मुकदमा दर्ज होने के महज चार दिन बाद दोनों मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार करना पुलिस की क्षमता को दर्शाता है।
पुलिस टीम ने व्यवस्थित तरीके से जांच की और मुखबिर नेटवर्क का सहारा लेकर आरोपियों का पता लगाया। दोनों आरोपी अब पुलिस हिरासत में हैं और आगे की कानूनी कार्रवाई जारी है।
धार्मिक यात्रा में बढ़ती हिंसा की समस्या:
यह घटना धार्मिक अवसरों पर व्यक्तिगत विवादों के हिंसक रूप लेने की बढ़ती समस्या को उजागर करती है। कांवर यात्रा जैसे पवित्र अवसर पर छोटी बात को लेकर जानलेवा हमला करना समाज के लिए चिंताजनक है।
विशेषज्ञों के अनुसार, युवाओं में धैर्य की कमी और हिंसक प्रवृत्ति बढ़ रही है। धार्मिक भावनाओं का दुरुपयोग करके व्यक्तिगत बदला लेने की घटनाएं न केवल कानून व्यवस्था के लिए बल्कि सामाजिक सद्भावना के लिए भी नुकसानदायक हैं।
समुदायिक एकता की जरूरत:
गाजियाबाद पुलिस कमिश्नरेट ने इस घटना के बाद सभी धार्मिक स्थलों और यात्रा मार्गों पर सुरक्षा बढ़ा दी है। नागरिकों से अपील की गई है कि वे धार्मिक कार्यक्रमों में शांति बनाए रखें और किसी भी प्रकार के विवाद को हिंसक रूप न लेने दें।
पुलिस आयुक्त के निर्देश पर आगामी त्योहारी सीजन के लिए विशेष सुरक्षा व्यवस्था की गई है। समुदायिक नेताओं से भी सहयोग मांगा गया है ताकि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
स्रोत: गाजियाबाद पुलिस कमिश्नरेट प्रेस नोट, 6 अगस्त 2025 यूपी पुलिस आधिकारिक वेबसाइट