PS Cyber South West की कार्रवाई में Jodhpur Balotra Fraud Gang का पर्दाफाश
दक्षिण-पश्चिम जिला, दिल्ली के PS Cyber South West की टीम ने एक बड़े Jodhpur Balotra Fraud Gang को निशाने पर रखते हुए पांच जालसाजों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों ने ऑनलाइन फ्रॉड के जरिए भोले-भाले लोगों से कुल ₹17.31 लाख ठगे, और आगे पैसे को USDT के माध्यम से चीन स्थित गिरोह तक पहुंचाने के लिए म्यूल अकाउंट्स का शातिराना उपयोग किया।
घटना का अवलोकन (Incident)
12 जून 2025 को मुनिरका गांव निवासी एक पीड़ित ने NCRP पोर्टल पर ऑनलाइन शिकायत दर्ज कराई कि “971 CBOE” नामक टेलीग्राम ग्रुप में शामिल होने पर उसे Google रिव्यू का काम देकर भुगतान करने का लालच दिया गया। शुरुआत में छोटे-छोटे निवेश पर भुगतान मिला, फिर ₹2,000 से ₹1.5 लाख तक की “VIP” योजनाओं में पैसा लगाने को कहा गया। कुल चार राउंड निवेश के बाद उसे दिखाई गई बैलेंस ₹3.62 लाख, लेकिन निकासी नहीं होने पर “तकनीकी त्रुटि” बताकर ₹4.36 लाख और जमा कराने की मांग की गई। अंततः उसका कुल ₹17.31 लाख का चूना लगा दिया गया।
FIR और जांच की रूपरेखा
पीड़ित की शिकायत पर PS Cyber, South West District में FIR नंबर 02/2025, धारा 308/318(4)/319/340 BNS दर्ज की गई। केस की गहनता के मद्देनजर ACP Operations, श्री विजय कुमार के निर्देशन में Inspector प्रवेष कौशिक द्वारा SI सोमबीर, HC पुनीत, HC जितेन्द्र एवं HC विक्रम की टीम गठित की गई।
तकनीकी जासूसी और म्यूल नेटवर्क का खुलासा
टीम ने बैंक तथा TSP से तकनीकी डेटा जुटाए, मगर आरोपी म्यूल अकाउंट्स, प्रॉक्सी सिम और लोकेशन बदलते रहते थे। अंततः म्यूल अकाउंट होल्डर मोहम्मद यासीन (बालोटरा) का सुराग मिला और 2 अगस्त को उसे गिरफ्तार किया। पूछताछ में उसने साथी रोहित “रॉनी” निम्बावत और यश वैश्नव का नाम लिया जो म्यूल अकाउंट उपलब्ध कराते थे।
Jodhpur Balotra Fraud Gang के किंगपिन तक पहुंच
मोहम्मद यासीन के अभिरक्षण के बाद टीम ने दिल्ली, राजस्थान (जोधपुर, बालौत्रा, जयपुर) और महाराष्ट्र में छापेमारी की। आरोपी रवींद्र विश्नोई (28) जिसे गिरोह का किंगपिन और म्यूल अकाउंट प्रोवाइडर माना जाता था, अंततः भोलिंज, जिला फलघर (महाराष्ट्र) से गिरफ्तार हुआ। उसके कब्जे से 4 मोबाइल, 12 म्यूल सिम, 7 म्यूल अकाउंट पासबुक, 7 डेबिट कार्ड व 2 Wi-Fi डोंगल बरामद हुए।
टीम ने लगभग ₹42 लाख के मनी ट्रेल का भी खुलासा किया है, जो म्यूल अकाउंट्स से चीन तक USDT के माध्यम से ट्रांसफर हुआ।
समुदाय के लिए संदेश और आगे की कार्रवाई
PS Cyber South West ने नागरिकों से अपील की है कि कोई भी संदिग्ध गंग, फर्जी निवेश सलाह या अज्ञात Telegram ग्रुप देने वाले आवेदकों को तुरंत पुलिस को सूचित करें।
Jodhpur Balotra Fraud Gang की गिरफ्तारी ने दिखाया कि तकनीकी जासूसी, अंतर-राज्यीय समन्वय और गुप्त सूत्रों के सहयोग से साइबर फ्रॉडर्स पर लगाम लगाया जा सकता है।
आगे की जांच जारी है, और गिरोह के अन्य आकाओं की भी तलाश की जा रही है। सभी अभियुक्तों को PC रिमांड पर भेजा गया है और मामले में और गहराई से छानबीन की जाएगी।
दिल्ली न्यूज़ अपडेट्स
NCRP Cyber Complaint Portal
डिस्क्लेमर: यह रिपोर्ट Delhi Police South West District प्रेस रिलीज (08/08/2025) पर आधारित है।