अनिल की कहानी :
गोरखपुर, 2018: अनिल सिंह (32) नॉर्थ ईस्टर्न रेलवे में असिस्टेंट लोको पायलट (ड्राइवर) थे। रोज 12 घंटे की नौकरी, महीने की 40 हजार सैलरी… पर दिल में सपना था: “IAS बनना”।
टेबल ऑफ कॉन्टेनट्स :
संघर्ष के पल:
- चुनौती: पिता का निधन, परिवार का दबाव (“सरकारी नौकरी छोड़ना पागलपन है!”)।
- तैयारी: रात 10 बजे शिफ्ट खत्म, फिर 2 AM तक पढ़ाई।
- पहला झटका: 2019 में प्रीलिम्स भी क्लियर न हुआ!
विजय का मंत्र:
“मैंने अपनी ट्रेन के डिब्बों से सीखा: अगर एक इंजन चल सकता है, तो मैं क्यों नहीं?”
– अनिल ने “लोकोमोटिव फिलॉसफी” बनाई:
- स्पीड कंट्रोल: दिन में 4 घंटे फोकस्ड पढ़ाई।
- सिग्नल रिस्पेक्ट: कोचिंग न लेकर मुफ्त YouTube चैनल्स (Unacademy, दृष्टि IAS) पर निर्भर रहे।
- रेल लाइन्स जैसा डिसिप्लिन: हर Sunday मॉक टेस्ट देना।
सफलता का दिन:
2023 UPSC रिजल्ट में AIR 287! आज वह छत्तीसगढ़ कैडर में एसडीएम हैं।
अनिल के 5 जिंदगी बदलने वाले टिप्स (UPSC Aspirants के लिए):
- ऑफिसर्स की डायरी पढ़ें:
- “सिविल सर्विसेज क्रोनिकल” मैगजीन में टॉपर्स के इंटरव्यू नोट करें।
कीवर्ड: टॉपर इंटरव्यू, UPSC मैगजीन
- “सिविल सर्विसेज क्रोनिकल” मैगजीन में टॉपर्स के इंटरव्यू नोट करें।
- कॉपी बनाएं, याद न करें:
- करंट अफेयर्स को डायरी में कहानी की तरह लिखें।
उदाहरण: “CAA विवाद = 2019 का जनरल इलेक्शन इम्पैक्ट”
- करंट अफेयर्स को डायरी में कहानी की तरह लिखें।
- “5-3-1 रूल” फॉर एथिक्स:
- किसी टॉपिक पर 5 पॉइंट्स लिखें → 3 में संक्षिप्त करें → 1 लाइन में निष्कर्ष निकालें।
- मैपिंग है जरूरी:
- रोज 1 भारतीय नदी/पहाड़ + 1 अंतरराष्ट्रीय संघर्ष क्षेत्र (यूक्रेन, गाजा) देखें।
- शारीरिक तैयारी:
- सुबह 20 मिनट योग (मस्तिष्क रक्त प्रवाह बढ़ाने के लिए)।
लेख का अंत (प्रेरणा के साथ):
“अनिल कहते हैं – ‘मेरी ट्रेन दो स्टेशनों के बीच भटकी नहीं, क्योंकि मैंने पटरी नहीं छोड़ी। आपकी मंजिल आपके धैर्य की राह देख रही है।'”
डिस्क्लेमर:
“यह कहानी वास्तविक घटनाओं पर आधारित है। पात्र का नाम बदला गया है। UPSC तैयारी के लिए आधिकारिक स्रोतों से जानकारी सत्यापित करें।”